


भारतीय टीम और इंग्लैंड के बीच 20 जून से शुरू हो रही भव्य टेस्ट सीरीज के लिए BCCI और ECB ने नई ट्रॉफी—‘एंडरसन‑तेंदुलकर ट्रॉफी’—का अनावरण 19 जून को किया है। इस बार यह टेस्ट सीरीज 'तेंदुलकर-एंडरसन ट्रॉफी' के लिए खेली जाएगी। अब 'तेंदुलकर-एंडरसन ट्रॉफी' का अनावरण 19 जून को किया गया है। भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (BCCI) ने ट्रॉफी की पहली तस्वीर शेयर की है। एक तस्वीर में सचिन तेंदुलकर और जेम्स एंडरसन भी नजर आ रहे हैं।
ट्रॉफी का महत्व क्या है?
यह ट्रॉफी अब भारत–इंग्लैंड टेस्ट सीरीज का प्रतीक होगी, खासकर इंग्लैंड में होने वाली सीरीज के लिए । इसमें भारत के दिग्गज पूर्व खिलाड़ी और क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर के बैटिंग के एक्शन और जेम्स एंडरसन के बोलिंग मूव का डिज़ाइन और उनके हस्ताक्षर अंकित हैं ।
पुरानी ट्रॉफीस की जगह?
इंग्लैंड में यह ट्रॉफी ‘पटौदी ट्रॉफी’ की जगह ले रही है, जबकि भारत में अब भी अंथोनी डी’मेलो ट्रॉफी खेली जाती है । हालाँकि, पटौदी परिवार को सम्मान देने के लिए विजेता कप्तान को ‘पटौदी मेडल फॉर एक्सीलेंस’ प्रदान किया जाएगा ।
प्रतिभागी और पर्पज
यह ट्रॉफी सभी भविष्य की टेस्ट सीरीज में देवलॉपमेंट के लिए रहेगी, शुरुआत इसी अगामी पाँच मैचों की सीरीज से होगी। सचिन तेंदुलकर ने सुनिश्चित किया कि पटौदी विरासत बनी रहे, उन्होंने पटौदी परिवार से बात कर के इसे ट्रॉफी के साथ जोड़ा ।
दोनों महान खिलाड़ियों की प्रतिक्रिया
इंग्लैंड के पूर्व तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने इस दौरान कहा कि, यह उनके लिए “बहुत बड़ा सम्मान” है और उन्होंने बताया कि वे सचिन को बचपन से देखते आए हैं ।
वहीं विश्व क्रिकेट के सबसे बड़े और शानदार खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर ने टेस्ट क्रिकेट को जीवन की एक परीक्षा बताया और पटौदी नाम के संरक्षण पर ज़ोर दिया ।